केन्द्र सरकार की तरफ से सेना में भर्ती को लेकर लाई गई ‘अग्निपथ स्कीम’ का जोरदार विरोध किया जा रहा है, सेना भर्ती की अग्निपथ योजना का बिहार में विरोध तेज़ होता जा रहा है. इस बीच बिहार के जहानाबाद, मुंगेर, छपरा, आरा, नवादा में छात्रों ने आगजनी की है. वहीं बक्सर, मुजफ्फरपुर जैसे शहरों में भी प्रदर्शन हो रहा है. दरअसल शॉट टर्म सैनिक योजना अग्निपथ के विरोध में धीरे-धीरे बिहार के युवा आक्रोशित हो रहे हैं. जहानाबाद में ट्रैक जाम कर रहे छात्रों ने ट्रेन पर पथराव किया है. इस घटना में कई लोगों को चोटें आईं हैं. पत्थरबाजी जहानाबाद स्टेशन के समीप हुई, जिसके बाद पुलिस ने छात्रों को खदेड़ कर रेलवे ट्रैक को खाली कराया. इधर नवादा, आरा और सहरसा में भी रेवले स्टेशन और सड़क पर युवाओं का प्रदर्शन जारी है. आरा में युवाओं ने रेलवे स्टेशन पर हुड़दंग मचाया, जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागकर उन्हें खदेड़ दिया. युवकों का कहना है कि जब अगले 96 दिनों में 40 हजार से अधिक अग्निवीरों की नियुक्ति होगी तो पिछले दो साल में जो नियुक्तियां होनी थी उनका क्या होगा. युवाओं का कहना है कि जब देश के सांसद और विधायक पांच साल तक अपनी सेवा दे सकते हैं तो अग्निवीरों के लिए ही बस चार साल का ही प्रावधान क्यों है. दरअसल में केंद्र सरकार ने सेना की तीनो शाखाओं वायु सेना ,नौसेना, थल सेना में युवाओं की बड़ी संख्या में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना की शुरू की है. इस योजना के तहत सेना में युवाओं को 4 साल की डिफेंस फोर्स में सेवा देनी होगी. इसी योजना के विरोध में सेना भर्ती के अभ्यर्थियों ने केंद्र सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया है. प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने बताया की दौड़ और मेडिकल निकल चुका है, अब ऐसे में 4 साल की सेवा कर दी जाती है. इन छात्रों ने बिहार सरकार व केंद्र सरकार से मांग की है 16 साल की सेवा बहाल की जाय. छात्रों का कहना है हमलोग इतनी मेहनत से तैयारी कर रहे है और सरकार किस नीति के तहत हम लोगों को चार साल की नौकरी दे रही है. बाकी के समय हमलोग क्या करेंगे. अपने परिजनों की देखभाल कैसे करेंगे?
2022-06-16