आस्था की डुबकी: सोमवती अमावस्या के महास्नान पर लाखों श्रद्धालुओ ने लगाई गंगा में डूबकी I

सोमवती अमावस्या पर पौराणिक ब्रह्मकुंड पर बीती रात 12 बजे से ही गंगा में आस्था की डुबकी लगाने वालों का सैलाब उमड़ना शुरु हो गया था। ब्रह्म मुहूर्त तक गंगा घाट श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया। हर किसी में गंगा में डुबकी लगाने की होड़ सी मची रही।
सोमवती अमावस्या स्नान का हिंदुओं में विशेष महत्व माना गया है। यही कारण है कि पहले तो सोमवती अमावस्या और फिर सोमवार को ही इसके पड़ने से इसका महत्व और अधिक बढ़ जाता है। यही कारण है कि दूर-दूर से श्रद्धालु इस दिन गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य कमाना चाहते हैं। सोमवती अमावस्या के स्नान पर्व का विशेष महत्व माना जाता है। सोमवती अमावस्या पर गंगा में स्नान करने के लिए गंगा तटों पर भीड़ लगती है। हरिद्वार में बीती आधी रात से ही गंगा स्नान करने के लिए हर की पैड़ी पर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। ज्योतिष गणना के मुताबिक, जब सोमवार के दिन अमावस्या पड़ती है तो उस दिन सोमवती अमावस्या कहलाती है।