मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से मंगलवार को सांय पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने हाल ही में राज्य को पर्यटन के क्षेत्र में मिले तीन बेस्ट पुरस्कारों के साथ भेंट की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य को पर्यटन के क्षेत्र में केदारनाथ को आध्यात्मिक डेस्टिनेशन, ऋषिकेश को बेस्ट एडवेंचर तथा जिम कार्बेट को बेस्ट वाइल्ड लाइफ डेस्टिनेशन का पुरस्कार मिलना राज्य के लिये गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि इससे राज्य की पर्यटन के क्षेत्र में देश व दुनिया में नई पहचान भी बनेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में केदारधाम के पुनर्निर्माण एवं आदि गुरु शंकराचार्य जी की समाधि की पुनर्स्थापना का कार्य सम्पन्न हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के निर्देशन में केदारपुरी में जहां प्रथम चरण के 225 करोड़ के कार्य पूर्ण हो चुके हैं वहीं 184 करोड़ के कार्य द्वितीय चरण में गतिमान है। श्री बद्रीनाथ के सौन्दर्यीकरण के कार्यों की डीपीआर तैयार हो गयी है इससे श्री केदारनाथ के साथ ही श्री बद्रीनाथ की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को और अधिक बेहतर सुविधायें उपलब्ध हो सकेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषिकेश को बेस्ट एडवेंचर का पुरस्कार मिलने से यहां पर्यटकों की सुविधा के लिये और बेहतर प्रयास किये जायेंगे इसके लिये विभिन्न योजनाओं पर कार्य गतिमान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्बेट नेशनल पार्क को बेस्ट वाइल्ड लाइफ डेस्टिनेशन एवार्ड मिलने से इस क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा किये गये प्रयासों को भी सराहना मिली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर मिले इन पुरस्कारों से राज्य की आर्थिकी की भी राह प्रशस्त होगी।
पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि पिछले सप्ताह नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय पर्यटन मंत्री श्री जी किशन रेड्डी द्वारा राज्य को पर्यटन के क्षेत्र में तीन सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार प्रदान किये गये। जिनमें बेस्ट आध्यात्मिक डेस्टिनेशन के लिये केदारनाथ, बेस्ट एडवेंचर के लिये ऋषिकेश तथा बेस्ट वाइल्ड लाईफ डेस्टिनेशन के लिये जिम कार्बेट शामिल है। उन्होंने बताया कि टूरिज्म सर्वे तथा अवार्ड कार्यक्रम में देश के बेहतरीन पर्यटन स्थलों को नौ श्रेणियों में अलग अलग पुरस्कार दिये गये हैं जिनमें तीन पुरस्कार उत्तराखण्ड को प्रदान किये गये हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में धार्मिक एवं साहसिक पर्यटन के साथ ही वन्य जीव एवं प्रकृति प्रेमियों के लिये उत्तराखण्ड पसंदीदा स्थान है। उन्होंने भी उत्तराखण्ड को पर्यटन के क्षेत्र में प्राप्त पुरस्कारों को इस क्षेत्र की बड़ी उपलब्धि बताया है।