उत्तराखंड में फिर से बड़ा राजनितिक फेरबदल, भाजपा ने अपना प्रदेश अध्यक्ष बदलाI

उत्तराखंड में फिर से बड़ा सियासी फेरबदल हो गया है भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश नेतृत्व में बड़ा बदलाव करते हुए उत्तराखंड के पार्टी अध्यक्ष मदन कौशिक को उनके पद से हटा दिया गया है. उनकी जगह महेंद्र भट्ट को उत्तराखंड बीजेपी अध्यक्ष बनाया गया है. इस बारे में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय महासचिव के नाम से संगठनात्मक नियुक्ति का आदेश जारी कर दिया गया है. आदेश में लिखा गया है कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने महेंद्र भट्ट का उत्तराखंड बीजेपी का अध्यक्ष नियुक्त किया है. यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी.
दिल्ली में बुधवार को भाजपा के पूर्व विधायक महेंद्र भट्ट की पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात हुई थी। इसके बाद से ही अटकलें लगाई जा रही थी कि पार्टी नया प्रदेश अध्यक्ष चुनने वाली है। इससे पहले प्रदेश भाजपा की कमान वरिष्ठ और अनुभवी नेता मदन कौशिक के हाथों में थी।
भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का राजनितिक सफर
– 1991 से 1996 तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में प्रदेश सह मंत्री, जिला संयोजक, जिला संगठन मंत्री, विभाग संगठन मंत्री का दायित्व संभाला।
-1997 में भाजपा युवामोर्चा का प्रदेश सह मंत्री रहे।
-1998 से 2000 में उत्तरांचल युवामोर्चा में प्रदेश महामंत्री का दायित्व संभाला।
-2000 से 2002 में राज्य निर्माण के समय उत्तरांचल प्रदेश युवामोर्चा का प्रथम प्रदेश अध्यक्ष रहे।
-2002 से 2005 तक युवामोर्चा राष्ट्रीय कार्यसमिति का सदस्य-हिमांचल एवं महाराष्ट्र युवामोर्चा के प्रदेश प्रभारी का दायित्व संभाला।
– 32 साल की उम्र में 2002 से 2007 तक उत्तराखंड की प्रथम निर्वाचन में 39 नंदप्रयाग विधानसभा से सदस्य निर्वाचित हुए और विधानमंडल में मुख्यसचेतक का दायित्व संभाला।
-2007 से 2010 तक प्रदेश भाजपा में विभिन्न दायित्व, प्रदेश मंत्री, गढ़वाल संयोजक व प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य रहे।
-2010 से 2012 तक राज्यमंत्री का दायित्व संभाला। लघु सिंचाई अनुश्रवण समिति में उपाध्यक्ष रहे।
– 2012 से 2014 तक दोबारा उत्तराखंड भाजपा के गढ़वाल प्रभारी रहे।
– 2014 से 2017 तक दोबारा भाजपा मं प्रदेश मंत्री रहे।
– 2016 में कांग्रेस सरकार के खिलाफ परिवर्तन यात्रा के गढ़वाल प्रभारी रहे।
-2017 के विधानसभा चुनाव में बदरीनाथ विधानसभा से सदस्य निर्वाचित हुए।
– रामजन्मभूमि आंदोलन में 15 दिन पौड़ी के कांसखेत में जेल में रहे।
– उत्तराखंड राज्य आंदोलन में पांच दिन पौड़ी जेल में रहे।