भाजपा उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में राज्य की भाजपा सरकार के साढ़े तीन वर्ष सफलतापूर्वक पूर्ण होने पर मुख्यमंत्री को बधाई दी है और कहा है कि ये वर्ष उत्तराखंड में विकास के नए युग की शुरुआत है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं द्वारा की जा रही आलोचना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एक तो कांग्रेस नेता अपने अंधकारमय भविष्य को लेकर निराश हैं और दूसरे उन्हें दृष्टि दोष है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री रावत के नेतृत्व में उत्तराखंड की भाजपा सरकार के पूरे हुए साढ़े तीन वर्ष उपलब्धि पूर्ण व जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने वाले हैं। गत विधानसभा चुनाव भाजपा ने अपने दृष्टि पत्र में जनता से जो वायदे किए थे उनमें से सरकार ने 85 प्रतिशत वायदे पूरे कर दिए हैं। शेष वायदे भी आने वाले दिनों में पूरे कर दिए जाएँगे। उन्होंने कहा कि यह कार्यकाल सुशासन व भ्रष्टाचार मुक्त कार्य संस्कृति का उदाहरण है। मुख्यमंत्री ने दूर दृष्टि अपनाते हुए जनकल्याण व विकास का जो मार्ग चुना उससे प्रदेश में जहाँ हर वर्ग को लाभ मिला है और वहीं तेजी से विकास भी हो रहा है। जनहित में अटल आयुष्मान योजना हो या लाखों युवकों को रोजगार दिया जाना हो, चाहे पर्यटन विकास के नए आयाम हों या कृषि बागवानी के क्षेत्र हों सभी में बड़े बड़े कार्य हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि आंदोलनकारियों व जन भावनाओं का सम्मान करते हुए गैरसैण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने के साथ उसके विकास के लिए विभिन्न योजनाओं का प्रारम्भ किया जाना ऐतिहासिक कदम है।
भगत ने कहा कि कोरोना काल में सरकार ने हर चुनौती का सफलता के साथ सामना किया और कर रही है। स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार, प्रवासियों की वापसी, गरीब वर्ग के लिए भोजन या राशन जैसे जितनी भी चुनौतियाँ रही हैं लेकिन प्रदेश सरकार ने हर मोर्चे पर मजबूती से काम किया है व कर रही है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इन वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा उत्तराखंड को जो सहायता मिल रही है उसके परिणाम स्वरूप उत्तराखंड का स्वरूप बदल रहा है। यह सहायता चाहे आल वेदर रोड की हो या कर्णप्रयाग ऋषिकेश रेलवे लाइन की, भारत माला परियोजना हो या केदारनाथ पुनरोद्धार हो हवाई सेवा से जुड़ी योजनाएँ हो, उत्तराखंड के लिए विकास का आधार सिद्ध हो रही हैं।
भगत ने कहा कि कांग्रेस बहुत निराशा में है इसीलिए कांग्रेस नेता इस साढ़े तीन वर्ष के कार्यकाल को निराशाजनक बता रहे हैं। वस्तुतः वे अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर अवसाद में हैं। उन्हें यह समझ में आ गया है कि उन्हें अंतहीन समय तक विपक्ष में ही बैठना होगा।उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं को दृष्टि दोष भी है। इसलिए उन्हें बड़े बड़े कार्य जिनमें उपरोक्त के अलावा जमरानी बांध, किशाऊ बांध, उज्ज्वला योजना, सौभाग्य योजना जैसे बड़े बड़े काम शामिल हैं दिखाई नहीं दे रहे। लेकिन जनता सब देख रही है।