कृषि बिल को लेकर विपक्ष का विरोध प्रदर्शन जारी है. कांग्रेस पार्टी ने संसद से लेकर सड़क तक इस विधेयक के खिलाफ आवाज बुलंद की है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि कांग्रेस पार्टी कृषि विधेयक और अध्यादेश के खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन आयोजित करेगी.
कृषि बिल के खिलाफ विपक्षी पार्टियों को लामबंद करने के लिए कांग्रेस समान विचारधारा की पार्टियों से बातचीत कर रही है. कांग्रेस का इन दलों से कहना है कि एकजुट होकर कृषि बिल का विरोध किया जाना चाहिए. कांग्रेस पार्टी सड़क पर उतरने से लेकर वर्चुअल स्तर पर भी विरोध प्रदर्शन तेज करने की तैयारी में है. कांग्रेस पार्टी ने उन दलों से अपील की है जो कृषि बिल का विरोध कर रहे हैं.
बता दें, कृषि क्षेत्र से जुड़े दो बिल पर बवाल जारी है. उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में किसान सड़क पर उतर आए हैं और मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. हालांकि, विरोध के बावजूद मोदी सरकार पीछे हटने के लिए तैयार नहीं है किसानों का बड़ा संगठन किसान भारतीय यूनियन भी कृषि बिल के खिलाफ उतर आया है और संगठत के अध्यक्ष राकेश टिकैत ने कहा है कि किसान अपने तरीके से आंदोलन करेंगे.
कृषि बिल को लेकर राहुल गांधी पहले से सरकार के खिलाफ हैं. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, मोदी जी ने किसानों की आय दुगनी करने का वादा किया था. लेकिन मोदी सरकार के ‘काले’ क़ानून किसान-खेतिहर मज़दूर का आर्थिक शोषण करने के लिए बनाए जा रहे हैं. ये ‘ज़मींदारी’ का नया रूप है और मोदी जी के कुछ ‘मित्र’ नए भारत के ‘ज़मींदार’ होंगे. कृषि मंडी हटी, देश की खाद्य सुरक्षा मिटी. दूसरी ओर सरकार का मानना है कि कृषि बिल से किसानों का भला होने वाला है. खुद प्रधानमंत्री कह चुके हैं कि इससे किसानों की आमदनी और मुनाफा बढ़ जाएगा जबकि विपक्ष इस बारे में लगातार भ्रम फैला रहा है.
2020-09-21