06 अक्टूबर को ग्वालियर के न्यू माधवराव सिंधिया क्रिकेट स्टेडियम में खेले मुकाबले में टीम इंडिया ने बांग्लादेश को एकतरफा मैच में हराकर जीत हासिल की. मुकाबले में टीम इंडिया ने टॉस जीतकर बॉलिंग करने का फैसला किया. पहले बैटिंग करने उतरी बांग्लादेश ने 19.5 ओवर में 127 रन बनाए थे। जवाब में भारतीय टीम ने 11.5 ओवर में तीन विकेट पर 132 रन बनाकर मुकाबला अपने नाम किया। भारत के लिए सबसे ज्यादा रन हार्दिक ने बनाए जो 16 गेंदों पर पांच चौकों और दो छक्कों की मदद से 39 रन बनाकर नाबाद रहे। इस जीत के साथ ही भारत ने सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली. अब दूसरा मुकाबला 9 अक्टूबर को दिल्ली में खेला जाएगा. हार्दिक के अलावा कप्तान सूर्यकुमार ने भी आक्रामक बल्लेबाजी की और 14 गेंदों पर दो चौकों और तीन छक्कों की मदद से 29 रन बनाए। अपना पहला मैच खेलने वाले नीतीश रेड्डी भी 15 गेंदों पर 16 रन बनाकर नाबाद लौटे। बांग्लादेश के लिए मुस्तफिजुर रहमान और मेहदी हसन मिराज ने एक-एक विकेट झटके। भारत ने इस तरह लगातार आठवां टी20 मुकाबला जीता। भारतीय टीम ने इस मैच में आक्रामक बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया और 49 गेंदें शेष रहते जीत दर्ज की। यह 100 से अधिक के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की सबसे ज्यादा गेंद शेष रहते जीत है। इससे पहले टीम ने 2016 में जिम्बाब्वे के खिलाफ 41 गेंद शेष रहते जीत हासिल की थी। उस समय भारत 100 रनों का लक्ष्य का पीछा कर रहा था। वहीं, 2010 में अफगानिस्तान के खिलाफ 116 रनों का पीछा करते हुए भारत ने 31 गेंद और 2010 में जिम्बाब्वे के खिलाफ 30 गेंद शेष रहते 112 रनों का लक्ष्य सफलतापूर्वक प्राप्त किया था।
भारतीय कप्तान सूर्यकुमार ने मैच में टॉस जीतकर पहले बॉलिंग का फैसला किया. उन्होंने टीम में दो नए खिलाड़ियों को जगह दी. फास्ट बॉलर मयंक यादव और ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी को डेब्यू कैप मिली. इस मैच में रवि बिश्नोई, हर्षित राण, जितेश शर्मा और तिलक वर्मा को प्लेइंग-11 में शामिल नहीं किया गया. मयंक और नीतीश ने कप्तान के फैसले को गलत नहीं होने दिया और इस जीत में अहम योगदान निभाया. मैच के बाद सूर्या ने कहा कि हमने सिर्फ अपनी स्किल को बैक किया. इसके अलावा सूर्या ने टीम बैटिंग और बॉलिंग की जमकर तारीफ की. बाकी सूर्या ने कहा कि गेंदबाजी में ज्यादा विकल्प होना अच्छा सिरदर्द है. जीत के बाद भी भारतीय कप्तान ने कहा कि अभी सुधार करने की जरूरत है.