पूर्व केंद्रीय मंत्री और उत्तराखंड भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बची सिंह रावत का रविवार को निधन हो गया। उनका एम्स ऋषिकेश में इलाज चल रहा था।
शनिवार रात को उन्हें फेफड़ों में संक्रमण होने के कारण हल्द्वानी से हेलीकॉप्टर द्वारा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था। रविवार रात उनकी हालत अचानक और बिगड़ गई। रात करीब 8.45 बजे उनका निधन हो गया। शनिवार को जब उन्हें लाया गया था तो उनकी कोविड-19 रिपोर्ट निगेटिव थी। लेकिन एम्स में उनकी दोबारा कोरोना की जांच की गई, जिसमें वे संक्रमित पाए गए थे। उनके निधन की खबर सुनते ही प्रदेश भाजपा में शोक की लहर दौड़ गई। बची सिंह रावत के निधन पर सीएम तीरथ सिंह रावत समेत विभिन्न नेताओं ने शोक जताया। सांसद अजय भट्ट ने बचदा के निधन पर गहरा दुख जताते हुए इसे राज्य के लिए एक बड़ी क्षति बताया। उन्होंने कहा कि बची सिंह ने कई दशकों तक उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपनी सक्रिय भूमिका निभाई है। हमने उनके बहुत कुछ सीखा है। उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में भाजपा उनके परिवार के साथ खड़ी है। उत्तराखंड की राजनीति में बचदा हमेशा याद किए जाएंगे।