प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शंघाई सहयोग संगठन के 20वें शिखर सम्मेलन को संबोधित किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की राज्य प्रमुखों की परिषद के 20वें शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि शंघाई सहयोग संगठन देशों के साथ भारत के मजबूत, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंध हैं। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत में संयुक्तस राष्ट्रि के लक्ष्योंा पर बात की। प्रधानमंत्री ने एससीओ एजेंडा में बार-बार अनावश्यक रूप से द्विपक्षीय मुद्दों को लाने के प्रयास को दुर्भाग्यपूर्ण बताया जो एससीओ चार्टर और शंघाई स्पिरिट का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रयास एससीओ को परिभाषित करने वाली सर्वसम्मति और सहयोग की भावना के विपरीत हैं प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कोरोना महामारी के दौरान भारत के फार्मा उद्योग द्वारा दवाओं का उत्पादन और 150 देशों में इन दवाओं के वितरण का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि आगे भी भारत कोरोना वैक्सीन बनने के बाद इसी तरह मानवता की मदद के लिए कार्य करता रहेगा।