प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और भारतीय अंतरिक्ष उद्योग को पीएसएलवी-सी49/ईओएस-01 के सफलतापूर्वक प्रक्षेपण के लिए बधाई दी है।
इसरो ने आज अंतरिक्ष में नए इतिहास की ओर कदम बड़ा दिए हैं, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने आज श्री हरीकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष अंतरिक्ष केंद्र से कोरोना काल और अनलॉक के इस दौर में साल २०२० का पहला सैटलाइट लांच करते ही इतिहास रच दिया |
भारत की आसमानी आंख EOS01
प्राइमरी सैटलाइट EOS01 एक रेडार इमेजिंग सैटलाइट है. इसका एडवांस्ड रिसैट का सिंथैटिक अपरचर रेडार बादलों के पार देख सकने में सक्षम है. किसी भी मौसम में दिन या रात की बंदिश के बिना ये बादलों के पार देख सकता है. इससे देश की आंतरिक सुरक्षा मजबूत होगी वहीं समुद्री सीमा की निगरानी पुख्ता तौर पर सुनिश्चित हो सकेगी. यानी भारत की ये आकाशीय आंख खेती, वानिकी और भूगर्भ शास्त्र के अध्यन में भी कारगर साबित होगी.
प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा है “मैं इसरो और भारतीय अंतरिक्ष उद्योग को पीएसएलवी-सी49/ईओएस-01 मिशन के आज सफलतापूर्वक प्रक्षेपण के लिए बधाई देता हूं। कोविड-19 के दौर में वैज्ञानिकों ने सभी चुनौतियों का सामना करते हुए समय सीमा का पालन किया है। इस मिशन में नौ सेटेलाइट को भी लांच किया गया है, जिसमें अमेरिका और लक्जमबर्ग के 4 और लिथुआनिया का एक सेटेलाइट भी शामिल हैं।”