प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के सभी निवासियों के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आज आयुष्मान भारत पीएम-जेएवाई-सेहत का शुभारंभ किया।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के सभी निवासियों के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आज आयुष्मान भारत पीएम-जेएवाई-सेहत का शुभारंभ किया। इस अवसर पर केन्‍द्रीय मंत्री, श्री अमित शाह, डॉ. हर्षवर्धन, डॉ. जितेन्द्र सिंह और जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल श्री मनोज सिन्हा उपस्थित थे। प्रधानमंत्री ने क्षेत्र के लाभार्थियों के साथ बातचीत भी की। उन्होंने उस विशेष संबंध को भी याद किया जो श्री अटल बिहारी वाजपेयी का जम्मू-कश्मीर के साथ था और कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री का ‘इन्सानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत’ का कथन हमेशा हमारा मार्गदर्शन करता रहेगा।

जम्मू-कश्मीर आयुष्मान भारत पीएम-जेएवाई-सेहत योजना के बारे में बात करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलने से जीवनयापन में सुधार होगा। अभी राज्य के लगभग 6 लाख परिवारों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिल रहा है। सेहत योजना के बाद सभी 21 लाख परिवारों को उसी तरह का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस योजना का एक और लाभ यह होगा कि उपचार केवल जम्मू और कश्मीर के सरकारी और निजी अस्पतालों तक सीमित नहीं है। बल्कि, इस योजना के तहत सूचीबद्ध देश के हजारों अस्पतालों से उपचार का लाभ लिया जा सकेगा।

प्रधानमंत्री ने सभी निवासियों के लिए आयुष्मान योजना के विस्तार को ऐतिहासिक बताया और जम्मू-कश्मीर द्वारा अपने लोगों के विकास के लिए ये कदम उठाने पर खुशी जाहिर की। श्री मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों का विकास उनकी सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है। प्रधानमंत्री ने कहा, “चाहे वह महिला सशक्तिकरण, युवाओं के लिए अवसरों, दलितों के उत्थान, शोषित और वंचितों के बारे में हो या लोगों के संवैधानिक और मौलिक अधिकारों का सवाल हो, हमारी सरकार लोगों के कल्याण के लिए फैसले ले रही है।

प्रधानमंत्री ने जम्मू और कश्मीर के लोगों को लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि जिला विकास परिषद के चुनाव ने एक नया अध्याय लिखा है। उन्होंने लोगों को ठंड और कोरोना के बावजूद मतदान केन्‍द्र तक पहुंचने के लिए बधाई दी। श्री मोदी ने कहा, जम्मू-कश्मीर में हर मतदाता के चेहरे पर विकास की उम्मीद थी। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के प्रत्येक मतदाता की आंखों में बेहतर भविष्य का भरोसा देखा है। जम्मू-कश्मीर के इन चुनावों ने हमारे देश में लोकतंत्र की ताकत को भी दिखाया। दूसरी ओर, प्रधानमंत्री ने बताया कि पुदुचेरी में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद, पंचायत और नगरपालिका चुनाव नहीं हो रहे हैं। यह इस तथ्य के बावजूद कि निर्वाचित लोगों का कार्यकाल वर्ष 2011 में समाप्त हो गया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि महामारी के दौरान जम्मू-कश्मीर में लगभग 18 लाख एलपीजी सिलेंडरों को भरा गया था। स्वच्छ भारत अभियान के तहत जम्मू और कश्मीर में 10 लाख से अधिक शौचालय बनाए गए थे। इसका उद्देश्य केवल शौचालय निर्माण तक सीमित नहीं है, यह लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का भी प्रयास है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ग्रामीण सड़क संपर्क के साथ, जम्मू और कश्मीर में अगले 2-3 वर्षों के भीतर हर घर में पाइपलाइन से पानी उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू और कश्मीर में आईआईटी और आईआईएम की स्थापना से यहां के छात्रों को गुणवत्‍तापूर्ण उच्च शिक्षा प्रदान करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि दो एम्स और दो कैंसर संस्थान जम्मू और कश्मीर में भी बनाए जा रहे हैं। इन संस्थानों में पैरामेडिकल के छात्रों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के युवा आसानी से ऋण प्राप्त कर रहे हैं और शांति के मार्ग पर आगे बढ़ रहे हैं। जम्मू और कश्मीर में कई सालों से रह रहे लोगों को अब आवास प्रमाण पत्र मिल रहे हैं। सामान्य वर्ग में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को अब आरक्षण मिल रहा है इसी प्रकार पहाड़ों पर रहने वालों और सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी आरक्षण मिल रहा है।