मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद तीरथ सिंह रावत हरिद्वार पहुंचे। जहां उन्होंने हरकी पैड़ी पर शाही स्नान कर साधु-संतों का आशीर्वाद लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी पहली प्राथमिकता कुंभ को भव्य तरीके से संपन्न करवाना है। लिहाजा उन्होंने शासन-प्रशासन को आदेश दिए हैं कि कुंभ में किसी भी व्यक्ति को किसी टेस्ट के नाम पर या अन्य किसी जांच के नाम पर रोका न जाए। बेरोकटोक श्रद्धालुओं को हरिद्वार आने दिया जाए। इस दौरान उन्होंने कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की अपील भी की है।

अगर सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले महीने अप्रैल में कुंभ में बिना किसी रिपोर्ट या किसी जांच के आया जा सकेगा। नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने यह साफ संदेश दे दिए कि कुंभ को भव्यता और दिव्यता के साथ प्रशासन संपन्न कराए। तीरथ सिंह रावत ने कहा कि जब वह हरकी पैड़ी पर खड़े होकर साधु-संतों और मां गंगा का आशीर्वाद ले रहे थे, तब उनके मन में यह बात बार-बार आ रही थी कि उन्होंने कोई बड़े पुण्य ही किए होंगे कि शपथ लेने के 24 घंटे के अंदर ही उन्हें हरिद्वार में साधु संतों के बीच आने का मौका मिला है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कल की बैठक के बाद अधिकारियों से उन्होंने कह दिया है कि जितनी भी व्यवस्थाएं हो सकती हैं वह व्यवस्था कुंभ के दौरान साधु-संतों के लिए की जाएं। इसके तहत उन्होंने फूलों की वर्षा के लिए भी अधिकारियों को आदेश दिया था।