मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, द्वारा आयोजित पांचवे वाॅटर इम्पेक्ट समिट में भाग लिया।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, गंगा नदी घाटी प्रबन्धन और अध्ययन केन्द्र द्वारा आयोजित पांचवे वाॅटर इम्पेक्ट समिट में भाग लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में जल संचय एवं जल संरक्षण योजनाओं के प्रति विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्रतिवर्ष 16 जुलाई को हरेला पर्व के अवसर पर व्यापक वृक्षारोपण किया जा रहा है। नदी पुनर्जीवीकरण योजना के तहत कोसी में शुरूआत में एक साथ 1.63 लाख तथा दूसरे वर्ष 13 हजार स्थानीय लोगों की सहभागिता से 2.65 लाख तथा देहरादून रिस्पना के क्षेत्र में 3.50 लाख वृक्षारोपण किया गया है। पिछले साल प्रयाग कुम्भ मेले में पर्याप्त पानी की उपलब्धता के लिये टिहरी डैम की ऊंचाई 8 मीटर तक बढ़ाई गई। इससे गंगा में पर्याप्त जल उपलब्ध हो पाया था। इस अवसर पर केन्द्रीय पर्यटन राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि गंगा से प्रकृति पर्यटन एवं ऊर्जा संस्कृति भी जुड़ी है। हमें गंगा को स्वच्छता एवं निर्मलता के लिये मिलकर प्रयास करने होंगे।