मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने मंगलवार को सचिवालय में अमृत सरोवर योजना की प्रगति की समीक्षा की।

मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अमृत सरोवर योजना के तहत बनाए जा रहे सभी सरोवरों को निर्धारित समय सीमा के अंदर पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि इससे सम्बन्धित सभी कार्यों की लगातार समीक्षा करते हुए प्रगति पोर्टल और अमृत सरोवर पोर्टल पर अपलोड किया जाए।

मुख्य सचिव ने कहा कि इन सरोवरों को आजीविका से जोड़ने के प्रयास किए जाएं, ताकि ये सरोवर लंबे समय तक स्थानीय लोगों की आर्थिकी का श्रोत बनें। उन्होंने फिशरीज से जुड़े सरोवरों के लिए स्थानीय स्तर पर मार्केटिंग और सीड सप्लाई की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरोवरों से निकलने वाली मिट्टी को आसपास के क्षेत्रों में बनने वाली सड़कों के निर्माण में प्रयोग किया जा सकता है।

बैठक के दौरान सचिव श्री वी. वी. आर. सी. पुरुषोत्तम ने बताया गया कि केंद्र द्वारा निर्धारित लक्ष्य के तहत 15 अगस्त तक कुल सरोवरों का 20 प्रतिशत का निर्माण कार्य पूर्ण कराया जाना था, जिसके सापेक्ष उत्तराखण्ड में 15 अगस्त तक कुल 1606 सरोवरों के सापेक्ष 543 (लगभग 39 प्रतिशत) सरोवरों का निर्माण पूर्ण कर लिया गया था। बताया गया कि 340 सरोवरों को फिशरीज़ से भी जोड़ा गया है।

इस अवसर पर सचिव श्री आर मीनाक्षी सुंदरम एवं श्री वी. वी. आर. सी. पुरुषोत्तम सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।