योगी सरकार ने विकसित किए जा रहे हवाईअड्डों के संचालन एवं प्रबंधन के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण से अनुबंध किया ।

शुक्रवार को लोकभवन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में एक कार्यक्रम के दौरान अलीगढ़, आजमगढ़, श्रावस्ती, चित्रकूट एवं सोनभद्र में विकसित किए जा रहे हवाईअड्डों के संचालन एवं प्रबंधन के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण एवं उत्तर प्रदेश सरकार के बीच अनुबंध हुआ। उप्र नागरिक उड्डयन विभाग के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष एके पाठक के बीच अनुबंध पत्र का आदान-प्रदान हुआ। एयरपोर्ट का विकास राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा सेवा प्रदाता के रूप में संचालन और प्रबंधन की सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इस संबंध में सभी एयरपोर्टों की परिसंपत्तियों एवं पूंजीगत कार्यों का हस्तांतरण भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को किया जा रहा है। एमओयू के उपरांत अब इन हवाईअड्डों के लाइसेंसिंग की प्रक्रिया होगी और जल्द ही सभी पांच हवाई अड्डों से वायुसेवा शुरू हो जाएगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा मुझे प्रसन्नता है कि आज एक महत्वपूर्ण एमओयू हुआ है। रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत चयनित जिले अलीगढ़, आजमगढ़, श्रावस्ती, चित्रकूट एवं सोनभद्र में विकसित किए जा रहे हवाईअड्डों के संचालन एवं प्रबंधन के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण का सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि अलीगढ़ हार्डवेयर का महत्वपूर्ण केंद्र है। यहां उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरीडोर का एक नोड स्थापित कर रहे हैं। जल्द ही यहां बेहतर एयर कनेक्टिविटी सुविधा होगी। चित्रकूट रामायण सर्किट का महत्वपूर्ण हिस्सा है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम ने अपने वनवास के सर्वाधिक समय यहीं व्यतीत किया था। यहां ऊंचाई पर पहाड़ी पर बहुत सुंदर एयरपोर्ट बन रहा है। मैंने देखा है। उत्तर प्रदेश अतिशीघ्र पांच इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला राज्य बनने जा रहा है। वर्तमान में वाराणसी, कुशीनगर और लखनऊ इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं। जबकि जेवर और अयोध्या में निर्माण जारी है।