श्रीलंका में अभूतपूर्व आर्थिक संकट और सरकार विरोध नों को देखते हुए दो सप्ताह पहले आपातकाल लागू किया गया था. जिसे अब श्रीलंका सरकार ने शनिवार को हटा लिया. श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने एक महीने के अंदर दूसरी बार छह मई की मध्यरात्रि को आपातकाल लागू किया था. आपातकाल की स्थिति पुलिस और सुरक्षा बलों को मनमाने ढंग से लोगों को गिरफ्तार करने और हिरासत में लेने की व्यापक शक्ति देती है. राष्ट्रपति सचिवालय ने कहा कि शुक्रवार आधी रात से आपातकाल की स्थिति हटा ली गई है. यह कदम देश में कानून और व्यवस्था की स्थिति में सुधार को देखते हुए उठाया गया. वर्ष 1948 में ब्रिटेन से आजादी मिलने के बाद श्रीलंका अब तक के सबसे गंभीर आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है. यह संकट मुख्य रूप से विदेशी मुद्रा की कमी के कारण पैदा हुआ, जिसका अर्थ है कि देश मुख्य खाद्य पदार्थों और ईंधन के आयात के लिए भुगतान नहीं कर पा रहा है.