उत्तराखंड में दो साल कोरोना महामारी के बाद पहली बार नृसिंह जयंती बड़े ही हर्षाेल्लास के साथ मनाई गई। नृसिंह जयंती में भी तीर्थ यात्रियों के साथ-साथ स्थानीय लोगों का जनसैलाब उमड़ आया। इस दौरान उत्तराखंड के राज्यसभा सांसद नरेश बंसल भी नृसिंह जयंती में अपने परिवार के साथ जोशीमठ पहुंचे। इस मौके पर सांसद नरेश बंसल ने राज्यसभा निधि से 10 लाख और अपने वेतन से 1 लाख रुपये मंदिर समिति को देने की घोषणा की। दरअसल, पिछले तीन दिनों से राज्यसभा सांसद नरेश बंसल बद्रीनाथ धाम के दौरे पर हैं। जहां उन्होंने भगवान बद्री विशाल के दर्शन किए उसके बाद नृसिंह जयंती के पावन पर्व पर जोशीमठ के पहुंचे, इस वर्ष नृसिंह मंदिर में विशाल भंडारे के साथ नृसिंह जयंती का पावन पर्व मनाया गया।
बता दें कि भगवान विष्णु ने अपने भक्त प्रहलाद की रक्षा के लिए नरसिंह का अवतार लिया जो विष्णु का चैथा अवतार माना जाता है। इसी अवतार में हिरणकश्यप का वद किया था। माना जाता है कि नरसिंह के उग्र रूप को शांत करने के लिए प्रह्लाद ने उनकी आराधना की थी। लेकिन नृसिंह भगवान का क्रोध शांत नहीं हुआ और वह हिमालय की ओर प्रस्थान करने लगे तभी जोशीमठ नृसिंह मंदिर में पहुंचकर भगवान नृसिंह का क्रोध शांत हुआ। भगवान नृसिंह की जोशीमठ में शांत अवस्था में पूजा होती है। सांसद नरेश बंसल ने राज्यसभा निधि से 10 लाख और अपने वेतन से 1 लाख रुपये मंदिर समिति को देने की घोषणा की। बद्रीनाथ धाम के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने बंसल परिवार का धन्यवाद किया। कोरोना महामारी में मंदिर समिति को भी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा था. इन राशियों से मंदिर समिति की आय में वृद्धि होगी।
2022-05-16