सीडीएस जनरल बिपिन रावत के चॉपर क्रैश में जख्मी हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन, नहीं बचा पाए डॉक्टर्स।

8 दिसंबर को तमिलनाडु के नीलगिरि जिले में सीडीएस जनरल बिपिन रावत के साथ हेलीकॉप्टर क्रैश में जख्मी हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का भी हुआ निधन। भारीतय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह अकेले ऐसे सदस्य थे जो हादसे के बाद जीवित मिले थे, उन्हें बचाने के तमाम प्रयास किए लेकिन डॉक्टरों की तमाम कोशिशें बेकार साबित हुईं और बुधवार को उन्होंने दम तोड़ दिया। सूत्रों के मुताबिक हेलिकॉप्टर क्रैश हादसे में उनका शरीर 90 फीसदी से ज्यादा जल चुका था और उनकी हालत लगातार गंभीर बनी हुई थी। हाल ही में उन्हें इलाज के लिए बेंगलुरु के सैन्य अस्पताल में शिफ्ट किया गया था। डॉक्टर्स की टीम पूरे एक सप्ताह तक उनके जीवन को बचाने के लिए मशक्कत करते रही, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई।
ग्रुप कप्तान वरुण सिंह के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी दुख और संवेदना व्यक्त की है। पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने पूरे गर्व, पराक्रम और पेशेवर क्षमता के साथ देश की सेवा की थी। उनके निधन से मैं बेहद दुखी हूं। देश के लिए उनके अमूल्य योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। उनके परिवार और मित्रों के प्रति मेरी संदेवनाएं। ओम शांति।’

उनके निधन के बारे में वायुसेना ने भी जानकारी दी है। इंडियन एयरफोर्स ने ट्वीट कर बताया गया, ‘8 दिसंबर, 2021 को हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में जख्मी बहादुर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन की जानकारी देते हुए हमें बेहद दुख हो रहा है। भारतीय वायुसेना उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करती है।’
सीडीएस जनरल बिपिन रावत के चॉपर को वरुण सिंह ही उड़ा रहे थे। माना जा रहा था कि यदि वह उबर जाते हैं तो हादसे कैसे हुआ, इस बारे में वह बता सकेंगे। लेकिन उनके निधन ने इस उम्मीद को भी तोड़ दिया है। पिछले वर्ष एक बड़ी तकनीकी खामी की चपेट में आए लड़ाकू विमान तेजस को संभावित दुर्घटना से सफलता पूर्वक बचा लेने के बेहतरीन कार्य के चलते ग्रुप कैप्टन सिंह को अगस्त में शौर्य चक्र से नवाजा गया था। पुरे देश में उनके प्राणो को बचाने की दुआएं मांगी जा रही थीं लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।