हरिद्वार कुंभ मेले की आज विधिवत शुरुआत हो गई है। एक माह तक चलने वाले हरिद्वार कुंभ महापर्व में राज्य सरकार ने करीब 800 करोड़ रुपये से बुनियादी सुविधाओं का विकास किया है। इसमें कई किलोमीटर लंबे घाट और पुल शामिल है। इस अवधि में तीन शाही स्नान और दो पर्व स्नान होंगे। कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट साथ लाना अनिवार्य किया गया है। इधर, अखाड़ों ने भी अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। हरिद्वार कुंभ मेला के शुभारंभ पर मेलाधिकारी दीपक रावत और पुलिस महानिरीक्षक कुंभ मेला संजय गुंज्याल ने हरकीपैड़ी में पूजा अर्चना कर कुंभ मेले के सफल आयोजन के लिए मां गंगा से प्रार्थना की। दोनों अधिकारियों ने मां मनसा देवी और चंडी देवी में भी कुंभ के सकुशल संपन्न कराने एवं संक्रमण मुक्त कराने की प्रार्थना की। पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंज्याल ने बताया कि कुंभ के दौरान सभी स्थानों में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चैबंद होगी। वहीं, मेलाधिकारी दीपक रावत ने बताया कि सभी प्रशासनिक व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई है। साथ ही मेले में सभी बुनियादी सुविधाओं का भी विकास किया गया है। उन्होंने कुंभ स्नान में आने वाले श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि 72 घंटे पहले की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट लेकर हरिद्वार आये। साथ ही कुंभ के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराये जिससे कि हरिद्वार कुंभ में आने और स्नान करने में उन्हें कोई परेशानी ना हो। वहीं, केन्द्र सरकार द्वारा कुम्भ मेला 2021 विशेष सहायता में 325 करोड़ रूपये अवमुक्त किये गये हैं। इस मद में अभी तक 405 करोड़ रूपये की राशि अवमुक्त की जा चुकी है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने महत्वपूर्ण वित्तीय स्वीकृतियों के लिये प्रधानमंत्री और केन्द्रीय वित्त मंत्री का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और केन्द्र सरकार के सहयोग से उत्तराखण्ड विकास पथ की ओर अग्रसर है।
2021-04-01