हरिद्वार कुंभ मेले में जूना व अग्नि अखाड़े की शाही अंदाज में हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ भव्य पेशवाई निकाली गयी।

हरिद्वार में आयोजित हो रहे कुंभ में बृहष्पतिवार को श्री पंच दशनाम जूना व अग्नि अखाड़े की शाही अंदाज में हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ भव्य पेशवाई निकाली गयी। ज्वालापुर के पाण्डेेवाला स्थित सिद्धपीठ गुघाल मंदिर से निकाली गयी संतों की पेशवाई से पूर्व पंचायती धड़ा फिराहेड़ियान के अध्यक्ष महेश तुम्बड़िया, महामंत्री उमाशंकर वशिष्ठ, कोषाध्यक्ष सचिन कौशिक, अनिल कौशिक, विपुल मिश्रोटे, संजय खजानके, प्रदीप निगारे, नितिन गोस्वामी, अजय वशिष्ठ, गोपाल कृष्ण गोस्वामी, सौरभ सिखोला के साथ मंदिर के आचार्य ब्रजेश वशिष्ठ ने पूजा अर्चना कर पेशवाई में शाामिल संत महापुरूषों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। शाही अंदाज में निकली पेशवाई में जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी, अखाड़ा परिषद के महामंत्री व जूना अखाड़े के अंर्तराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरी, श्रीमहंत महेश पुरी, अग्नि अखाड़े के आचार्य महामण्डलेश्वर ब्रह्मनिष्ठ स्वामी रामकृष्णानंद, स्वामी केशव पुरी महाराज, श्रीमहंत प्रेमगिरी, श्रीमहंत विद्यानंद सरस्वती, श्रीमहंत नारायण गिरी, महंत देवानंद सरस्वती, स्वामी मुक्तानंद बापू, श्रीमहंत साधनानंद, स्वामी सोमेश्वरानंद ब्रह्मचारी, स्वामी संपूर्णानंद ब्रह्मचारी के अलावा किन्नर अखाड़े की आचार्य महामण्डलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी सहित कई प्रमुख संत शामिल रहे। भव्य रूप से निकाली गयी पेशवाई में शामिल नागा सन्यासियों का जगह जगह भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान जिला अधिकारी सी.रविशंकर, मेला अधिकारी दीपक रावत, अपर मेला अधिकारी हरबीर सिंह, मेला आईजी संजय गुंज्याल, मेला एसएसपी जनमेजय खण्डूरी, जिला पुलिस कप्तान सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस, एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय आदि भी मौजूद रहे। ज्वालापुर से शुरू हुई पेशवाई के बाजारों से होते हुए आर्यनगर, शंकर आश्रम, चंदाचार्य चौक, पुराना रानीपुर मोड़ ऋषिकुल, देवपुरा, शिवमूर्ति, बाल्मिीकि चौक होते हुए जूना अखाड़े में जाकर संपन्न हुई।
पेशवाई में शामिल नागा सन्यासियों व संत महापुरूषों के दर्शन करने के लिए सड़क के दोनों और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। संतों के दर्शन करने के लिए पूरे पेशवाई मार्ग पर छतों पर भी लोग जमा रहे। श्रद्धालुओं ने भक्ति और श्रद्धाभाव से सड़क के दोनों ओर खड़े होकर नागा संन्यासियों का स्वागत कर आशीर्वाद प्राप्त किया। परम्परा के अनुसार हाथी, घोड़े और बैंड बाजों से सुसज्जित पेशवाई में चांदी के होदों पर सवार जूना व अग्नि अखाड़े के आचार्य महाण्डलेश्वर, श्री महंत, महंत, महामंडलेश्वर और नागा साधुओं ने शिरकत की। पेशवाई में सबसे आगे अखाड़े की धर्म ध्वजा लहरा रही थी। युद्ध कौशल का प्रदर्शन कर रहे पेशवाई में शामिल नागा संन्यायियों को देखने के लिए लोगों की भारी भी सड़कों पर जमा रही। पेशवाई में उत्तराखण्ड की संस्कृति की झलक भी लोगों को देखने को मिली।
जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज ने बताया कि पेशवाई के बाद सभी नागा सन्यासियों के अखाड़े की छावनी में प्रवेश करेंगे और कुंभ मेला संपन्न होने तक सभी संत छावनी में ही निवास कर धर्म का संदेश देंगे। निरंजनी अखाड़े की पेशवाई के लिए कुंभ मेला पुलिस द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। पेशवाई मार्ग पर पुलिस, पीएसी व रैपिड एक्शन फोस के जवानों को तैनात किया गया था। कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल, मेला एसएसपी जनमेजय खण्डूरी, जिले के पुलिस कप्तान सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस, एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय सहित तमाम वरिष्ठ अधिकारी खुद सुरक्षा इंतजामों की निगरानी में जुटे रहे।