भारत सरकार सभी अपने नागरिकों की अफगानिस्तान से सुरक्षित वापसी के लिए प्रतिबद्ध: विदेश मंत्री जयशंकर

दो दशक तक चले युद्ध के बाद अमेरिका के सैनिकों की वापसी से 2 सप्ताह पहले तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है.

विदेश मंत्री एस जयशंकर और अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने काबुल पर तालिबान का फिर से कब्जा होने के बाद अफगानिस्तान में हालात को लेकर सोमवार को फोन पर बातचीत की. इस दौरान जयशंकर ने काबुल में हवाईअड्डा संचालन बहाल किए जाने की अत्यधिक आवश्यकता पर बल दिया.

विदेश मंत्रालय ने कहा कि दूतावास कर्मियों को काबुल से भारत वापस लाने का कार्य पूरा हो गया है. मंत्रालय ने कहा कि इस काम को दो फेज में पूरा किया गया. साथ ही कहा कि अफगान के लोगों के लिए हमारा वीजा सर्विस ई-इमरजेंसी वीजा सेवा के जरिए जारी रहेगा. हमें पहले ही अफगान सिख और हिंदू समुदाय के नेताओं से अनुरोध प्राप्त हो चुके हैं, और हम उनके संपर्क में हैं. भारत सरकार सभी भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए प्रतिबद्ध है और काबुल हवाई अड्डा जब कॉमर्शियल ऑपरेशन के लिए खुलेगा तब उड़ान की व्यवस्था शुरू करेगी.