विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को विधानसभा के पटल पर कुल 5720.78 करोड़ का अनुपूरक बजट बजट पेश किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भोजनावकाश के बाद अनुपूरक बजट सदन के पटल पर रखा। मंगलवार को सदन में कोरोना पर चर्चा के दौरान सदन में हंगामा हुआ और सदन के पटल पर कुल छह विधेयक रखे गए। अनुपूरक बजट में कोरोना आपदा को देखते हुए विभिन्न प्रकार की सहायता के लिए 600 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
संसदीय कार्य मंत्री बंशीधर भगत ने मीडिया से बातचीत में बताया कि अनुपूरक बजट में से दो हजार 990 करोड़ राजस्व मद में जबकि दो हजार 730 करोड़ पूंजी मद में रखे गए हैं। अनुपूरक बजट में राज्य की कई योजनाओं के लिए बजट का प्रावधान किया गया है। सबसे अधिक धनराशि 3178 करोड़ का प्रावधान केंद्र पोषित योजनाओं के लिए किया गया है। जबकि बाह्य सहायतित योजनाओं के लिए बजट में 56 करोड़ दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने राज्य की जरूरतों को देखते हुए अनुपूरक बजट तैयार किया है और कोरोना से प्रभावित अर्थव्यवस्था को इससे गति मिलेगी। अनुपूरक बजट में कोरोना आपदा को देखते हुए विभिन्न प्रकार की सहायता के लिए 600 करोड़ का प्रावधान किया गया है। विदित है कि कोरोना संक्रमण ने पिछले डेढ़ सालों में राज्य की अर्थव्यवस्था के साथ ही आम आदमी को बुरी तरह प्रभावित किया है। इसे देखते हुए सरकार ने इस आपदा को देखते हुए सहायता के रूप में 600 करोड़ का बजट रखा है। अनुपूरक बजट में केंद्र पोषित योजनाओं के लिए बजट दिए जाने से केंद्र सरकार के सहयोग से चल रही योजनाओं के निर्माण में तेजी आने की उम्मीद है। केंद्र की राज्य में अनेक बड़ी परियोजनाएं चल रही हैं। ऐसे में इस मद में अधिक बजट मिलने से राज्य में योजनाओं का संचालन बेहतर होगा। और रुके हुए काम भी तेज होने की उम्मीद है। केंद्र पोषित योजनाओं में सबसे अधिक 570 करोड़ की धनराशि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के लिए रखी गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के लिए 449 करोड़, जल जीवन मिशन के लिए 401 करोड़, अटल नवीनीकरण एवं शहरी परिवर्तन मिशन के लिए 137 करोड़, प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए 70 करोड़, स्वच्छ भारत मिशन के लिए 24 करोड़, समग्र शिक्षा बड़े निर्माण कार्यों के लिए 214 करोड़ जबकि विवि, कॉलेज भवन निर्माण के लिए बजट में 20 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
2021-08-25