सड़क पर उतरे छात्रों का गुस्सा कम करने के लिए केंद्र सरकार ने अग्निपथ भर्ती योजना में बड़ा संशोधन किया है. रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अग्निपथ योजना के तहत भर्ती की अधिकतम आयु सीमा 21 से बढ़ाकर 23 साल कर दी गई है. सरकार ने एक विज्ञप्ति में कहा कि यह निर्णय इसलिए लिया गया है क्योंकि पिछले दो वर्षों में कोई भर्ती नहीं हुई है. सरकार ने गुरुवार रात इसमें पहला बदलाव करने की घोषणा की. बता दें कि पहले यह प्रावधान किया गया था कि 21 साल की उम्र तक के युवा इसमें हिस्सा ले सकते हैं, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 23 साल कर दिया गया है. हालांकि, यह आयुसीमा केवल एक बार के लिए ही बढ़ाई गई है. इसके बाद आयुसीमा 21 साल की ही रहेगी.
बता दें कि सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार ‘अग्निपथ’ योजना लेकर आई है, जिसको लेकर गुरुवार को यूपी-बिहार समेत देश के कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन हुए. कई जगहों पर ट्रेनों को आग लगा दी गई तो कहीं पथराव किया गया. बता दें, योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे. चयन के लिए पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी और इन्हें ‘अग्निवीर’ नाम दिया जाएगा. बता दें कि अग्निपथ योजना के खिलाफ कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. इस बीच सरकार ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि नया मॉडल न केवल सशस्त्र बलों में नई क्षमता पैदा करेगा बल्कि यह युवाओं को लिए निजी क्षेत्र के रास्ते भी खोलेगा और उन्हें अवकाश प्राप्त करने के समय मिलने वाले वित्तीय पैकेज से उद्यमी बनने में भी मदद करेगा. हालांकि, सरकारी दलीलों के बावजूद नई भर्ती योजना के खिलाफ कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन हो रहा है.