प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने के लिए अभी तक कितना कार्य किया गया, कितनी सड़कों की मरम्मत की गई, कितना कार्य है शेष ? – सीएम ने पूछा अधिकारीयों से

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिए हैं कि संबंधित अधिकारी 1 सप्ताह के भीतर प्रदेश की गड्ढा मुक्त सड़कों का स्टेटस उपलब्ध करवाएं | सीएम श्री धामी ने कहा कि संबंधित विभागों द्वारा प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने के लिए अभी तक कितना कार्य किया गया ? कितनी सड़कों की मरम्मत की गई ? कितना कार्य अवशेष है ? समस्त जानकारी अविलंब मुख्यमंत्री को 1 सप्ताह के भीतर दें | सीएम कहा कि सुगम और सुरक्षित यात्रा का जनता अधिकार है | जनता की सुविधाओं का ध्यान रखना राज्य सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है | उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि सभी सड़कों की मरम्मत /अनुरक्षण तथा गड्ढा मुक्ति का कार्य संबंधित विभागों द्वारा किसी भी स्थिति में शीघ्र पूरा किया जाए | मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों की मरम्मत तथा गड्ढा मुक्ति के कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए | सड़क मरम्मत के कार्यों में किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए |
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिवालय में आयोजित बैठक में हरिद्वार विशिष्ट कॉरिडोर, पिथौरागढ़ एयरपोर्ट के संचालन, मानसखंड कॉरिडोर, रामनगर – रानीखेत सड़क मार्ग, मां पूर्णागिरि धाम में संचालित विकास कार्यों की अद्यतन जानकारी संबंधित अधिकारियों से ली |
मुख्यमंत्री श्री धामी ने मानसखंड कॉरिडोर तथा हरिद्वार विशिष्ट कॉरिडोर के विकास की परियोजनाओं को जल्द से जल्द लागू करने के निर्देश दिए | बैठक में जानकारी दी गई कि मानसखंड कॉरिडोर के अंतर्गत कुमाऊं के गोलजयू देवता, पाताल भुवनेश्वर, कोट भ्रामरी, कैंची धाम सहित 29 मंदिरों को चिन्हित कर लिया गया है | मानसखंड कॉरिडोर के अंतर्गत पर्यटकों तथा तीर्थ यात्रियों के लिए सड़क कनेक्टिविटी, रोड कनेक्टिविटी तथा रोपवे सिस्टम को मजबूत किया जा रहा है | मुख्यमंत्री ने मां पूर्णागिरि धाम में संचालित विकास कार्यों त्वरित करने के भी निर्देश दिए | उन्होंने कहा कि जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए यहां श्रद्धालुओं के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं जल्द से जल्द सुदृढ़ किया जाना जरूरी है |
बैठक में मुख्य सचिव डा. एस एस संधू, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे |