गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी पर बना एक सस्पेंशन ब्रिज गिरने से अब तक कम से कम 141 लोगों की मौत हो गई. जबकि अब तक 177 लोगों को बचाया गया है. चश्मदीदों के मुताबिक, जब मोरबी केबल ब्रिज टूटा, तब बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे पुल पर मौजूद थे. मोरबी केबल ब्रिज अंग्रेजों के समय का बताया जा रहा है. गुजराती नववर्ष के मौके पर 5 दिन पहले ही मोरबी केबल ब्रिज को सैलानियों के लिए खोला गया था और यह पुल नदी में गिर गया है. राज्य की राजधानी अहमदाबाद से लगभग 300 किलोमीटर दूर स्थित सस्पेंशन ब्रिज रविवार शाम करीब साढ़े 6 बजे उस समय गिर गया जब छठ पूजा के लिए कुछ अनुष्ठान करने के लिए लगभग 500 लोग उस पर एकत्र हुए थे. गुजरात के मोरबी शहर में हादसे के बाद से ही प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है. 170 से ज्यादा लोगों का अब तक रेस्क्यू किया जा चुका है. पीड़ित परिवारों को 6-6 लाख मुआवजे का एलान हुआ है. हादसे में कई लोगों ने अपने परिवार वालों को खो दिया. कई परिवाह तबाह हो गए. कोई अपनी बेटी की तलाश कर रहा है तो कोई अपने पिता की. वहीं, पत्नी अपने पति को खोने का गम मना रही है. भारतीय नौसेना के 50 जवानों के साथ NDRF के 3 दस्ते, भारतीय वायुसेना के 30 जवान, फायर ब्रिगेड की 7 टीमें और अन्य रेस्क्यू मोर्चा संभाले हुए हैं.
2022-11-01