गुजरात में पीएम मोदी का ऐसा जादू चला कि पिछले 27 साल से सूबे में सत्तासीन बीजेपी 150 से ज़्यादा सीटों पर जीतकर नए-नए रिकॉर्ड कायम कर दिया है. भाजपा न सिर्फ लगातार सातवां चुनाव जीतकर रिकॉर्ड बनाया, बल्कि पार्टी द्वारा अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी कर दिखाने में विजय हुई है. बता दें कि गुजरात में परंपरागत रूप से बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला रहा है. हालांकि, इस बार आम आदमी पार्टी के चुनाव मैदान में उतरने से राज्य में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला, गुजरात चुनाव में बीजेपी और आप के लिए यह बड़ी जीत है. बीजेपी को 53 फीसदी वोट मिले हैं और आप को 12 फीसदी. वहीं, आप ने अपना वोट शेयर बढ़ाने के साथ कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगाई है. गुजरात में बहुमत के लिए 92 सीट चाहिए जबकि यहां बीजेपी 150 सीटों के आसपास आगे चल रही है. रुझानों में कांग्रेस की सीटें घटकर 32 रह गई. आम आदमी पार्टी अब 6 सीटों से आगे है. 1990 के बाद कांग्रेस का यह सबसे खराब प्रदर्शन माना जा रहा है. 1990 में कांग्रेस को 33 सीटें मिली थी.
2001 में आंतरिक उठापटक के बाद बीजेपी ने नरेंद्र मोदी को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया. मोदी के मुख्यमंत्री बनने के बाद अगले ही साल 2002 में चुनाव हुए. इस चुनाव में बीजेपी ने 127 सीटों पर जीत दर्ज की. 1990 के बाद पार्टी की यह सबसे बड़ी जीत थी. 1998 में बीजेपी को 117 सीटें मिली थी. मोदी के मुख्यमंत्री बनने के बाद बीजेपी ने गुजरात मॉडल का प्रचार जोर-शोर से किया. 2007 और 2012 के चुनाव में गुजराती अस्मिता और गुजरात मॉडल को आगे कर पार्टी चुनावी मैदान में उतरी. दोनों चुनाव में पार्टी को जीत जरूर मिली, लेकिन सीटों की संख्या पहले की तुलना में घट गई. 2007 में बीजेपी को 117 और 2012 में 115 सीटों पर जीत मिली.