मुख्यमंत्री ने चिन्यालीसौड स्थित नागराज मंदिर में भगवान नागराज प्रकट दिवस के अवसर पर आयोजित आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक मेले “गौ महोत्सव” कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को चोपड़धार कटखाण, चिन्यालीसौड, उत्तरकाशी स्थित नागराज मंदिर में भगवान नागराज प्रकट दिवस के अवसर पर आयोजित आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक मेले “गौ महोत्सव” कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने नागराज मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश में खुशहाली एवं तरक्की कि कामना की। उन्होंने मंदिर परिसर में कथावाचक स्वामी गोपाल मणि जी महाराज की कथा में सम्मलित होकर उनका आशिर्वाद प्राप्त किया।

इस दौरान मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने नागराज मंदिर में पैदल एवं सड़क मार्ग को शीघ्र विकसित किए जाने का भरोसा दिलाया । उन्होंने अन्य स्थानीय समस्याओं पर भी कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गोपाल मणि महाराज को जन्मदिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पूज्य संत गोपाल मणि महाराज जी के प्रयासों से देश-विदेश में सनातन संस्कृति को संवारने एवं गौ माता के सम्मान व संरक्षण के लिये बिभिन्न्न स्तरों पर महत्वपूर्ण काम हो रहे हैं। श्री धामी ने कहा कि गाय हमारी सनातन सभ्यता और संस्कृति का प्रमुख अंग ही नही बल्कि हमारी जीवन पद्धति अभिन्न हिस्सा है। राज्य सरकार गो संरक्षण के प्रति वचनबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें भगवान नागराज के चरणों में शीश नवाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। भगवान नागराज जी की महिमा से हम सभी भली-भांति परिचित हैं और इसी कारण यहां देश-विदेश से श्रद्धालु शीश झुकाने आते है।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भारत के डेरी सेक्टर को मजबूत करना, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व वाली सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकताओं में से एक है। प्रदेश सरकार गौ संरक्षण के साथ – साथ लगातार इस दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा उत्तराखंड की स्थानीय संस्कृति तथा धार्मिक आयोजनों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई जाए इस पर कार्य किया जा रहा है। उत्तराखंड से जाकर विदेशों में बसे हमारे प्रतिभाशाली लोग भी अपनी लोक संस्कृति को वैश्विक पटल पर पहचान दिलाने का काम करते है।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार देवभूमि के सभी देव स्थानों, मंदिरों और पूजा स्थलों को विकसित करने और उनका नियमित रख रखाव करने के लिए प्रतिबद्ध है। देवभूमि के विख्यात मंदिरों के साथ-साथ स्थानीय पूजा स्थलों और पौराणिक स्थलों को भी तीर्थाटन और पर्यटन के नक्शे पर स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं।उत्तराखंड को देश और दुनिया की आध्यात्मिक व सांस्कृतिक राजधानी बनाने के लिए हम निरंतर प्रयासरत हैं। उन्होने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में राज्य सरकार, उत्तराखंड के गांवों और युवाओं को सशक्त बनाए जाने हेतु हर सम्भव प्रयास कर रही है।
राज्य सरकार का लक्ष्य है कि सुदूर गांवों तक सभी प्रकार की बुनियादी सुविधाएं पहुंचे। देवभूमि के सभी गांव 21वीं सदी के गांव बने। प्रदेश में सैकड़ो दिव्य स्थल एवं पौराणिक धरोहरें को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने का कार्य भी तेज़ी से चल रहा है। जिससे स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार को बढ़ावा मिलेगा। उन्होने कहा राज्य के प्रत्येक व्यक्ति की सहभागिता से उत्तराखंड राज्य को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने पर कार्य किया जा रहा है।

संत गोपाल मणि जी महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड का चौमुखी विकास हो रहा है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री के नागराज मंदिर में आने से इस क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर है।

इस दौरान विधायक सुरेश चौहान, विधायक संजय डोभाल, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, उप जिलाधिकारी मीनाक्षी पेटवाल, भाजपा नेता राम सुन्दर नौटियाल, विमला नौटियाल एवं अन्य लोग मौजूद रहे।