प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली।

नई सरकार बनने के बाद आज से 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू हो गया हैं, ये सत्र 3 जुलाई तक चलेगा, 3 जुलाई तक चलने वाले सत्र के शुरुआती दो दिन नए सांसदों को शपथ दिलाई जा रही है। बुधवार को नए लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा, जबकि गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को 18वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली। मोदी इस महीने की शुरुआत में लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटे हैं। मोदी और उनके मंत्रिपरिषद ने 9 जून को शपथ ली थी। मोदी का लोकसभा सदस्य के रूप में यह तीसरा कार्यकाल है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज का दिन गौरवमय है। पहली बार नए संसद भवन में शपथग्रहण होगा। उन्होंने लोकसभा चुनाव को लेकर कहा कि इतिहास में ऐसा दूसरी बार है कि जनता ने किसी सरकार को लगातार तीसरी बार शासन करने का अवसर दिया है। ये मौका 60 साल बाद आया है। अगर जनता ने ऐसा फैसला किया है तो उसने सरकार नियत पर मुहर लगाई है। उसकी नीतियों पर मुहर लगाई है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा आज का दिन गौरवमय है. यह वैभव का दिन है. आजादी के बाद पहली बार हमारी अपनी नई संसद में ये शपथ समारोह हो रहा है. अब तक ये प्रक्रिया पुराने सदन में हुआ करती थी. आज के इस महत्वपूर्ण दिवस पर सभी नवनिर्वाचित सांसदों का स्वागत करता हूं. संसद का ये गठन भारत के सामान्य मानविकी के संकल्पों के पूर्ति का है. नए उमंग और नए उत्साह के साथ नई गति, नई ऊंचाई प्राप्त करने के लिए ये अत्यंत महत्वपूर्ण अवसर है. इस दौरान उन्होंने एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल को लेकर एजेंडे पर बात की. साथ ही उन्होंने इंदिरा सरकार में 25 जून 1975 को लगाए गए आपातकाल को लेकर विपक्ष पर भी निशाना साधा.