🚄 भारत की सबसे लंबी रेल सुरंग में ऐतिहासिक ब्रेकथ्रू, उत्तराखंड में भविष्य की पटरी पर दौड़ पड़ा विकास

🚆 रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) ने भारत की सबसे लंबी रेल सुरंग का ब्रेकथ्रू कर भविष्य की राह साफ कर दी है।

इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, जिन्होंने बुधवार को सुरंग स्थल पर पहुंचकर इस उपलब्धि का प्रत्यक्ष अवलोकन किया।

🛤️ 125 किलोमीटर लंबी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग ब्रॉड गेज रेल परियोजना भारत की सबसे चुनौतीपूर्ण पहाड़ी परियोजनाओं में से एक मानी जा रही है।

इस परियोजना के तहत कुल 105 किलोमीटर का हिस्सा सुरंगों से होकर गुजरेगा, जिसमें 16 अलग-अलग सुरंगें शामिल हैं।

इनमें सबसे बड़ी और सबसे लंबी सुरंग देवप्रयाग सौड़ से जनासु तक फैली हुई है, जिसकी लंबाई 14.49 किलोमीटर है।

रेल मंत्री वैष्णव ने इस अवसर को देश के रेल इतिहास में एक मील का पत्थर करार देते हुए बताया कि यह सुरंग न केवल उत्तराखंड की,

बल्कि पूरे भारत की सबसे लंबी रेल सुरंग है। उन्होंने इस कार्य में योगदान देने वाले सभी अधिकारियों, इंजीनियरों, तकनीशियनों और श्रमिकों को बधाई दी।

इस परियोजना में पहली बार भारत के किसी पहाड़ी क्षेत्र में टीबीएम (Tunnel Boring Machine) तकनीक का उपयोग किया गया है।

9.11 मीटर व्यास वाली सिंगल-शील्ड रॉक टीबीएम ने जिस तेजी और शुद्धता से काम किया, वह वैश्विक स्तर पर तकनीकी दक्षता का एक नया उदाहरण बना है।

रेल मंत्री ने बताया कि इस परियोजना के पूरे होने से ऋषिकेश से कर्णप्रयाग का सफर जो अब तक सात घंटे का था, अब सिर्फ दो घंटे में पूरा किया जा सकेगा।

यह सुविधा न केवल यात्रा को सरल बनाएगी, बल्कि हर मौसम में पहाड़ी इलाकों तक पहुंच आसान करेगी। साथ ही, यह उत्तराखंड के पर्यटन

और आर्थिक विकास को नई रफ्तार देगी। चारधाम रेल परियोजना की दिशा में यह एक मजबूत कदम माना जा रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस सुरंग को उत्तराखंड के विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताया।

उन्होंने कहा कि यह रेललाइन प्रदेश के दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्रों को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ेगी और इससे न केवल स्थानीय लोगों के लिए यात्रा सुगम होगी, बल्कि क्षेत्रीय व्यापार और पर्यटन को भी नई दिशा मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने बताया कि टनकपुर-बागेश्वर रेल परियोजना का सर्वे भी पूरा हो चुका है और जल्द ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, गढ़वाल सांसद श्री अनिल बलूनी, जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान, जिलाधिकारी टिहरी श्री मयूर दीक्षित,

आरवीएनएल के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर श्री प्रदीप गौर, अपर जिलाधिकारी अनिल सिंह गर्ब्याल, संयुक्त मजिस्ट्रेट श्री दीपक राम चंद्र शेट,

जीएम उत्तर रेलवे श्री अशोक कुमार वर्मा, प्रबंध निदेशक श्री भानु प्रकाश, मुख्य परियोजना प्रबंधक आरवीएनएल श्री अजित यादव और जीएम आरवीएनएल श्री सुमित जैन समेत अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।