उत्तराखंड में रविवार को 878 नए कोरोना मरीज मिले

उत्तराखंड में रविवार को 878 नए कोरोना मरीज मिले हैं। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की टोटल संख्या 40,963 पहुंच गई है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा और उनका बेटा कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, जबकि पिरान कलियर स्थित दरगाह के 10 कर्मचारियों सहित 15 लोग भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके बाद दरगाह परिसर को सैनिटाइज कराया गया है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, रविवार को 10092 सैंपल निगेटिव मिले हैं। देहरादून जिले में सबसे अधिक 408 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। हरिद्वार में 176, पौड़ी में 55, नैनीताल में 48, टिहरी में 48, उत्तरकाशी में 44, पिथौरागढ़ में 31, अल्मोड़ा में 17, चमोली में 14, रुद्रप्रयाग में 13, ऊधमसिंह नगर और चंपावत 11-11, और बागेश्वर में दो लोग कोरोना वायरस की चपेट में आए हैं। वहीं, प्रदेश में आज 13 कोरोना मरीजों की मौत हुई है। इसमें एम्स ऋषिकेश में छह, दून मेडिकल कॉलेज में एक, सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में छह मरीजों ने दमतोड़ा है। मरने वालों की कुल संख्य 491 हो गई है। प्रदेश में अब तक 27828 मरीज ठीक हो चुके हैं। जबकि 12455 सक्रिय मरीजों का उपचार किया जा रहा है। सरकारी लैब की तुलना में निजी पैथोलॉजी लैब में किए जा रहे कोविड टेस्ट में संक्रमण दर 10 प्रतिशत अधिक है। बीते सात दिन में देहरादून जिले में कुल 10686 लोगों के सैंपलों की जांच की गई, जिसमें 3315 कोरोना संक्रमित मिले हैं। निजी लैबों की कोविड जांच में संक्रमण दर 36 प्रतिशत और सरकारी लैब में 26 प्रतिशत रही है। सरकारी लैब से ज्यादा निजी लैब में कोविड जांच भी ज्यादा हो रही है और कोरोना पॉजिटिव भी अधिक मिल रहे हैं। निजी लैब में जिन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है, उनकी सरकारी लैब में निगेटिव आ रही है। देहरादून जिले में बीते सात दिन में 10686 सैंपलों की जांच की गई। इसमें सरकारी लैब में 5252 सैंपल की जांच में 1341 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके आधार पर संक्रमण दर 26 प्रतिशत रही। वहीं, निजी लैबों में 5434 सैंपलों की जांच में 1974 कोरोना संक्रमित मिले हैं, संक्रमण दर 36 प्रतिशत रही है। डॉ.संजना पैथोलॉजी लैब, सिकुंड डायग्नोस्टिक सेंटर, गोयल पैथोलॉजी लैब, आरना डायग्नोस्टिक सेंटर, वेलमेड हॉस्पिटल, कनिष्क डायग्नोस्टिक सेंटर को आरटी पीसीआर टेस्ट करने के लिए दी गई अनुमति को मुख्य चिकित्साधिकारी ने आठ सितंबर को जारी आदेश निरस्त किया है। वहीं, मुख्य सचिव ओम प्रकाश के आदेश के बाद डीएम देहरादून ने पैथकाइंड लैब में सैंपल जांच पर रोक लगाई है।