उत्तराखंड़ सरकार ने बाहरी राज्यों से उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों के लिए कोविड जांच की निगेटिव रिपोर्ट और दो दिन होटल व होम स्टे में ठहरने का प्रतिबंध हटा दिया है। अब कोई भी पर्यटक बिना कोविड जांच रिपोर्ट के उत्तराखंड घूमने आ सकता है, लेकिन उसे स्मार्ट सिटी देहरादून वेबसाइट पर पंजीकरण करना अनिवार्य होगा।

उत्तराखंड़ सरकार ने बाहरी राज्यों से उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों के लिए कोविड जांच की निगेटिव रिपोर्ट और दो दिन होटल व होम स्टे में ठहरने का प्रतिबंध हटा दिया है। अब कोई भी पर्यटक बिना कोविड जांच रिपोर्ट के उत्तराखंड घूमने आ सकता है, लेकिन उसे स्मार्ट सिटी देहरादून वेबसाइट पर पंजीकरण करना अनिवार्य होगा।
सरकार के इस फैसले से पर्यटन उद्योग से जुड़े कारोबारियों में नई उम्मीद जगी है। मंगलवार को मुख्य सचिव ओम प्रकाश की ओर से पर्यटकों के लिए कोविड जांच की निगेटिव रिपोर्ट और होटल व होम स्टे में दो दिन ठहरने की बुकिंग का प्रतिबंध हटाने के आदेश जारी किए है। कोरोना संक्रमण रोकने के लिए पूर्व में जारी आदेश में बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों के लिए आईसीएमआर की मान्यता प्राप्त लैब से आरटी-पीसीआर कोविड जांच की निगेटिव रिपोर्ट, एंटीजन टेस्ट कराने पर ही प्रदेश में प्रवेश की अनुमति की व्यवस्था थी।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने कहा, ‘‘कोविड 19 अनलाॅक 4 के सम्बंध में किये गये यह नए संशोधन उत्तराखंड में आने वाले पर्यटकों एवं पर्यटन उद्योग से जुडे लोगों के लिये एक बहुत बड़ी राहत हैं। मुझे यकीन है कि राज्य पर्यटन से जुड़े हमारे साथी इस कदम का स्वागत करेंगे और नियमों का कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए हमारा पूरा साथ देंगे, जिससे राज्य में महामारी को नियंत्रित करने के साथ-साथ पर्यटन उद्योग को भी जल्द से जल्द सामान्य स्थिति में वापस लाया जा सके।”होटल व होम स्टे, रेस्टोरेंट संचालकों को पर्यटकों की थर्मल स्क्रीनिंग, सैनिटाइजेशन व अन्य प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। यदि कोई पर्यटक कोरोना संक्रमित पाया जाता है तो तुरंत जिला प्रशासन को सूचित करना होगा।
उत्तराखंड होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों का पर्यटकों के लिए कोविड नेगेटिव रिपोर्ट, ठहरने की अनिवार्यता को हटाकर सरकार ने सही फैसला लिया है। इससे प्रदेश में पर्यटन कारोबार बढ़ेगा, जबकि राजस्थान व हिमाचल प्रदेश में ये प्रतिबंध पहले ही हटा दिए थे। जिससे इन राज्यों में 30 से 40 प्रतिशत से पर्यटन कारोबार बढ़ा है। उम्मीद है कि अब उत्तराखंड में भी पर्यटन कारोबार पटरी पर लौटेगा।