कोरोना महामारी से देश में होने वाली मौतों की संख्या में लगातार कमी आ रही है। पिछले 12 दिनों में प्रतिदिन होने वाली मौतों की संख्या 300 से नीचे दर्ज की गई है। महामारी पर काबू पाने की प्रभावी रणनीति – पहचान करना, ट्रैक करना, विस्तृत और जोर-शोर से परीक्षण कराने के साथ ही मानकीकृत क्लीनिकल प्रबंधन प्रोटोकॉल – के चलते मौतों की संख्या को कम करना सुनिश्चित किया जा सका है। राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों की सरकारों द्वारा इस रणनीति के प्रभावी अनुपालन के फलस्वरूप रोगियों की तत्काल पहचान, उन्हें तत्काल आइसलेशन में भेजा जाना और अस्पतालों में भर्ती मरीजों के समय पर क्लीनिकल प्रबंधन से यह सफलता मिली है। पिछले सात दिनों में देश में प्रति 10 लाख की आबादी पर सिर्फ एक मौत दर्ज की गई है। यह उपलब्धि केन्द्र सरकार की प्रभावी कोविड प्रबंधन एवं प्रतिक्रिया नीति के चलते हासिल हुई है। एक अन्य उपलब्धि के तौर पर, देश में कुल सक्रिय मामलों की संख्या में लगातार कमी आ रही है। इस समय देश में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 2,27,546 है। कुल पॉजिटिव मामलों में सक्रिय मामलों की हिस्सेदारी में भी कमी आई है और यह 2.2 प्रतिशत से नीचे (2.19 प्रतिशत) आ गई है। प्रतिदिन ठीक हो रहे मरीजों की संख्या प्रतिदिन सामने आ रहे नए मामलों की संख्या से अधिक हो रही है और इस तरह सक्रिय मामलों में गिरावट का रुख जारी है। पिछले 24 घंटों में ठीक हुए नए मरीजों की संख्या 21,314 हो गई है। इस तरह पिछले 24 घंटों में दर्ज कुल सक्रिय मामलों की संख्या में 3,490 की गिरावट आई है। हाल के दिनों में देश में प्रतिदिन सामने आ रहे मामलों की संख्या 20,000 से नीचे रही है। पिछले 24 घंटों में 18,088 नए मामले दर्ज किए गए हैं। देश में पिछले सात दिनों में प्रति 10 लाख की आबादी पर 96 नए मामले दर्ज किए गए हैं। ब्राजील, रूस, फ्रांस, इटली, अमेरिका और ब्रिटेन में ऐसे मामलों की संख्या बहुत अधिक है।
देश में आज की तिथि पर ठीक हुए मामलों की कुल संख्या बढ़कर 1 करोड़ के करीब पहुंच गई और वह 99,97,272 है। ठीक हो रहे मरीजों की संख्या प्रतिदिन सामने आने वाले नए मामलों की संख्या से बढ़ रही है और रिकवरी दर 96.36 प्रतिशत हो गई है।
नए ठीक हुए रोगियों की संख्या का 76.48 प्रतिशत 10 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में हैं। देश में 71 ऐसे रोगियों की पहचान की गई है जो पहले पहल ब्रिटेन में पाए गए नोवल कोरोना वायरस के नए म्यूटेंट स्ट्रेन से संक्रमित हुए हैं।