माननीय प्रधानमंत्री ने उभरती कोरोना परिस्थितियों के मद्देनजर विभिन्न स्तरों पर आयोजित होने वाली परीक्षाओं की समीक्षा के लिए आज एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में केंद्रीय शिक्षा मंत्री, श्री रमेश पोखरियाल निशंक, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, कैबिनेट सचिव, स्कूल और उच्च शिक्षा सचिवों के अलावा अन्य शीर्ष अधिकारी शामिल हुए।

प्रधानमंत्री ने दोहराया कि छात्रों का स्वास्थ्य सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र, छात्रों के सर्वोत्तम हितों को ध्यान में रखेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखने के साथ-साथ उनके शैक्षणिक हितों को भी नुकसान न पहुंचे।

अगले महीने होने वाली 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं की समीक्षा की गई। सीबीएसई को दसवीं और बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा 4 मई, 2021 से प्रारंभ करनी थी। देश के कई राज्यों में कोविड-19 महामारी के मामले बढ़ रहे हैं, इनमें से कुछ राज्य अन्य राज्यों की तुलना में अधिक प्रभावित हुए हैं। इस स्थिति में, 11 राज्यों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। राज्य बोर्डों की तुलना में सीबीएससी एक अखिल भारतीय बोर्ड है और इसलिए बोर्ड के लिए देश में एक साथ परीक्षा आयोजित करना आवश्यक है। महामारी और स्कूल बंद होने की वर्तमान स्थिति और छात्रों की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए, यह तय किया गया है:

कक्षा 12 के लिए 4 मई से 14 जून, 2021 तक आयोजित होने वाली बोर्ड की परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है। इन परीक्षाओं का आयोजन बाद में किया जाएगा। इसके लिए बोर्ड 1 जून, 2021 को स्थिति की समीक्षा करेगा और इसके पश्चात् जानकारी को साझा किया जाएगा। परीक्षाओं को शुरू करने से कम से कम 15 दिन पहले एक नोटिस दिया जाएगा।

कक्षा 10 के लिए 4 मई से 14 जून, 2021 तक आयोजित होने वाली बोर्ड की परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है। दसवीं कक्षा के बोर्ड के परिणामों को बोर्ड द्वारा तैयार एक वस्तुनिष्ठ मानदंड के आधार पर तैयार किया जाएगा। यदि कोई भी उम्मीदवार छात्र/छात्रा इस आधार पर दिए गए अंकों से संतुष्ट नहीं है, तो उसे परीक्षा आयोजित करने के लिए अनुकूल माहौल होने के बाद परीक्षा में बैठने का एक अवसर दिया जाएगा।