मुख्य सचिव ओमप्रकाश की अध्यक्षता में सोमवार को सचिवालय में राज्य गंगा समिति की 11वीं बैठक आयोजित की गयी। बैठक में मुख्य सचिव द्वारा राज्य गंगा समिति से जुड़े विभिन्न विभागों, एजेन्सियों और जनपदीय अधिकारियों से गंगा सुरक्षा और पुनर्जीवन से सम्बन्धित विभिन्न परियोजना के कार्यों की प्रगति की जानकारी ली तथा इस सम्बन्ध में आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
मुख्य सचिव ने सम्बन्धित विभागों से विभिन्न कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए लगातार जिला गंगा समिति की बैठकें आयोजित करने के निर्देश दिये। मुख्य सचिव ने देवप्रयाग, गंगोत्री और बद्रीनाथ में सेप्टेज मैनेजमेंट के तहत हाउसहोल्ड कनेक्टिविटी के कार्यों को शहरी विकास विभाग और पेयजल निगम को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिये। मुख्य सचिव ने फ्लड प्लेन जोनिंग में हुए किसी भी प्रकार के अतिक्रमण को हटाने के सम्बन्धित जिलाधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हटाते हुए इन क्षेत्रों में तत्काल कार्य प्रारंभ कराए जाएं। मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों को नमामि गंगे अभियान के अन्तर्गत विभिन्न परियोजनाओं के कार्यों की प्रगति को तेजी से बढ़ाने के लिए नियमित अन्तराल पर इसकी समीक्षा करते रहने तथा जनपद स्तर पर इससे सम्बन्धित कोई समस्या सामने आने पर उसको समय से राज्य स्तरीय समिति के संज्ञान में लाने के भी निर्देश दिए गए।
मुख्य सचिव ने ‘अर्थ गंगा‘ प्रोजेक्ट के तहत विभिन्न विभागों को गंगा के कायाकल्प के साथ ही गंगा बेसिन से लगे क्षेत्रों में रह रहे लोगों के आर्थिक विकास को एकीकृत करते हुए जिन विभागों द्वारा अभी तक कार्ययोजना तैयार कर प्रस्ताव नहीं भेजे गए हैं, उन्हें शीघ्र प्रस्ताव भेजे जाने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव द्वारा वेटलैण्ड कन्जर्वेशन के कार्य में तेजी लाते हुए शीघ्रता से पूर्ण किए जाने के भी निर्देश दिए गए। बैठक में अपर मुख्य सचिव आनन्द वर्धन, सचिव एस.ए. मुरूगेशन, अपर सचिव वी. षणमुगम, परियोजना निदेशक नमामि गंगे उदयराज सहित सम्बन्धित विभागों के उच्चाधिकारी एवं वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बन्धित जनपदों से जिलाधिकारी और विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।