नई दिल्ली | अप्रैल 24, 2025
कश्मीर की खूबसूरत वादियों में जब 26 मासूम पर्यटकों की जान गई, तो पूरे देश का दिल टूट गया।
मगर ये वो घड़ी थी जब भारत ने खामोश रहने की जगह साहसिक फैसले लेने को प्राथमिकता दी।
अब बात सिर्फ निंदा की नहीं, कार्रवाई की है।
सरकार ने यह साफ कर दिया है कि आतंक को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और
हर वो ताकत जो भारत की अखंडता को चुनौती देगी, उसे जवाब मिलेगा — सख्त और निर्णायक।
🔥 ये हैं वो 5 बड़े कदम जो भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ उठाए:
1. राजनयिक संबंधों में कटौती
भारत ने इस्लामाबाद में अपने मिशन से स्टाफ की संख्या घटाई और पाकिस्तान के राजनयिकों
को दिल्ली से वापसी का संकेत दे दिया।
इसका सीधा मतलब — राजनीतिक संवाद की दरवाज़ा अब बंद।
2. 💧 इंडस जल संधि पर ब्रेक
1960 की संधि, जिसने दशकों से दोनों देशों के बीच पानी का बंटवारा तय किया था,
अब निलंबित कर दी गई है। भारत अब सिंधु नदी के जल पर नियंत्रण बढ़ाएगा,
जिससे पाकिस्तान को गंभीर जल संकट का सामना करना पड़ सकता है।
3. 🚧 सीमा पार आवागमन पर रोक
भारत ने अटारी-वाघा सीमा को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।
न केवल वाणिज्यिक आवागमन रोका गया है,
बल्कि लोगों की आवाजाही भी ठप कर दी गई है — एक सख्त लेकिन ज़रूरी कदम।
4. 📛 वीजा छूट रद्द
पाकिस्तानी नागरिकों के लिए दी जा रही वीजा छूट योजना को तुरंत प्रभाव से समाप्त कर दिया गया है।
साथ ही, सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश जारी कर दिया गया है।
5. 🛰️ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्रवाई की तैयारी
भारत अब इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी उठाने की तैयारी में है,
ताकि पाकिस्तान की भूमिका को दुनिया के सामने लाया जा सके।
इसके तहत संयुक्त राष्ट्र, G20 और सार्क जैसे मंचों पर राजनयिक दबाव बनाया जाएगा।
🔍 निष्कर्ष:
यह पहला मौका नहीं जब भारत पर हमला हुआ हो, लेकिन इस बार प्रतिक्रिया सिर्फ राजनीतिक नहीं, रणनीतिक है।
भारत ने यह साफ संदेश दिया है कि अब “चुप रहना” कूटनीति नहीं, बल्कि कमजोरी मानी जाएगी।
ये कदम केवल जवाब नहीं, बल्कि एक नीति बदलाव का संकेत हैं।
🛡️ आतंक के खिलाफ भारत अब केवल बोलेगा नहीं, कदम उठाएगा।
🌍 दुनिया देख रही है — और भारत नेतृत्व कर रहा है।