“उत्तराखंड में बेरोजगारी दर में ऐतिहासिक गिरावट: विकास की नई उड़ान”
उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में विकास की नई इबारत लिखी जा रही है।
सरकार की प्रभावी योजनाओं और नीतियों के चलते राज्य की बेरोजगारी दर में रिकॉर्ड 4.4 प्रतिशत की कमी आई है,
जो राष्ट्रीय औसत से भी बेहतर है। यह उपलब्धि ‘एक जनपद, दो उत्पाद’ योजना, ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ ब्रांड, ‘स्टेट मिलेट मिशन’, ‘फार्म मशीनरी बैंक’,
‘एप्पल मिशन’, ‘नई पर्यटन नीति’, ‘नई फिल्म नीति’, ‘होम स्टे’, ‘वेड इन उत्तराखंड’ और ‘सौर स्वरोजगार योजना’ जैसी पहलों के माध्यम से संभव हुई है।
मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित ‘ओहो हिल यात्रा’ के चौथे संस्करण “रजत से स्वर्ण की ओर” के समापन कार्यक्रम में
मुख्यमंत्री धामी ने प्रदेशभर से आए छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखंड को प्रत्येक क्षेत्र में अग्रणी बनाने का संकल्प लेकर
आगे बढ़ना है। उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश का प्रत्येक नागरिक अपने-अपने क्षेत्र में पूरी निष्ठा, समर्पण और ईमानदारी के साथ योगदान दे, तो
उत्तराखंड को एक विकसित, आत्मनिर्भर और समृद्ध राज्य बनने से कोई शक्ति नहीं रोक सकती।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, खेल, पेयजल और हवाई कनेक्टिविटी जैसे क्षेत्रों में आधुनिक
इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने का कार्य कर रही है। ‘लोकल फॉर वोकल’, ‘मेक इन इंडिया’ और ‘स्टार्टअप इंडिया’ के माध्यम से विकसित भारत
एवं विकसित उत्तराखंड बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री के प्रोत्साहन से राज्य में आदि कैलाश एवं शीतकालीन यात्रा को
नई गति मिली है। राज्य सरकार पर वर्ष 2026 में नंदा देवी यात्रा तथा 2027 में कुम्भ के भव्य एवं ऐतिहासिक आयोजन की बड़ी जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि विगत 3 वर्षों में प्रदेश ने कई उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं। नीति आयोग द्वारा जारी वर्ष 2023-24 के सतत्
विकास के लक्ष्यों को हासिल करने के इंडेक्स में उत्तराखंड को देश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ में उत्तराखंड को
‘एचीवर्स’ तथा ‘स्टार्टअप रैंकिंग’ में ‘लीडर्स’ की श्रेणी प्राप्त हुई है। हाल ही में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों में प्रदेश के खिलाड़ियों ने 100 से
अधिक मेडल लाकर देशभर में 7वां स्थान प्राप्त कर इतिहास रचा है।
उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता को सबसे पहले लागू करके देश के सामने एक आदर्श प्रस्तुत किया गया है। राज्य में देश का सबसे कठोर
नकल विरोधी कानून लागू किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप पिछले तीन वर्षों में लगभग 22 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी
प्राप्त हुई है। धर्मांतरण रोकने के लिए भी कानून बनाया गया है, और लैंड जिहाद, लव जिहाद और थूक जिहाद के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
रसूखदार भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध भी कठोर कदम उठाए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार के परिदृश्य तेजी से बदल रहे हैं। तकनीकी नवाचार और वैश्विक परिवर्तन के कारण रोजगार के नए अवसर
उत्पन्न हो रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा स्टार्टअप और इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए इन्क्यूबेशन सेंटर स्थापित किए गए हैं, और स्टार्टअप की
सहायता हेतु 200 करोड़ रुपए के वेंचर फंड की व्यवस्था की गई है। उद्देश्य है कि हमारे युवा केवल नौकरी ढूंढने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने
वाले भी बनें। उत्तराखंड में पलायन की पीड़ा नहीं, बल्कि प्रवासियों की गौरवपूर्ण वापसी हो, जहाँ हमारे गांव आत्मनिर्भर हों और तकनीकी
संसाधनों और आधुनिक सुविधाओं से युक्त हों। ‘विकास भी, विरासत भी’ के मूलमंत्र के साथ हमारी सांस्कृतिक पहचान और भी समृद्ध बने
ताकि आने वाली पीढ़ियाँ उस पर गर्व करें।
मुख्यमंत्री ने ‘ओहो रेडियो’ टीम की सराहना करते हुए कहा कि ‘ओहो रेडियो’ प्रत्येक वर्ष “हिल यात्रा” के माध्यम से प्रदेश के युवाओं, विशेष
रूप से स्कूली विद्यार्थियों को ज्ञान और संवाद की श्रृंखला से जोड़कर राष्ट्र और राज्य के भविष्य निर्माण में सक्रिय भागीदारी निभाने हेतु प्रेरित
कर रहा है।
इस अवसर पर महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी, डायरेक्टर एसओए श्री रवि भटनागर, प्रदेशभर से आए छात्र-छात्राएं, अभिभावक और
शिक्षक उपस्थित थे।